12 साल की उम्र में हुआ लड़की होने का एहसास, अब बिहार का छोरा मुंबई की गोरी छोरी बन मचा रही है धमाल

बिहार के कटिहार में एक सिख परिवार में पैदा हुईं नव्या सिंह जन्म से ही लड़का थीं। लेकिन अपने अस्तित्व को नई पहचान देने की हिम्मत रखने वालीं नव्या आज एक  मॉडल, एक्टर और मिस इंडिया ब्यूटी पेजेंट की ब्रांड एंबेसडर हैं और बहुत से लोगों के लिए एक प्रेरणा है। लड़के के शरीर में पैदा हुईं नव्या को गुजरते समय के साथ एहसास हुआ कि उनकी आत्मा एक लड़की की है। अपने इसी बदलाव को लेकर उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। नव्या ने 14-15 साल की उम्र में अपनी मां से यह बात साझा की थी कि वह अपने इस शरीर में खुश नहीं हैं और एक लड़की बनकर जिंदगी जीना चाहती हैं। लेकिन उनकी बात का जवाब देते हुए उनकी मां ने यही कहा कि इस रास्ते में उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ेगा और कोई भी उनका साथ नहीं देगा। मां की यही बात नव्या के दिल में लग गई थी।

नव्या ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने लड़के से लड़की बनने तक के सफर के बारे में बताया। नव्या ने कहा कि, ‘समय के साथ जैसे-जैसे में वह बड़ी होती गईं उनका बर्ताव लड़कियों की तरह होने लगा, जिसकी वजह से उनका मजाक भी उड़ता था। मुझे पहली बार 12 साल की उम्र में यह एहसास हुआ कि मैं लड़की हूं। अपने मां-बाप के साथ कहीं जाने पर मेरे सामने ही लोग मेरा मजाक उड़ाते थे। जिससे मेरे मां-बाप को शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ी। मेरा लड़कियों की तरह रहना मेरे पिता को बिल्कुल भी पसंद नहीं था। इसलिए शुरुआत में वह मेरा बिल्कुल भी समर्थन नहीं करते थे। लेकिन मेरी जिंदगी में मेरी मां ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया।’

नव्या ने आगे बताया कि बाद में मैं अपने माता- पिता को मुंबई लेकर आई। जहां डॉक्टर ने दोनों की काउंसलिंग की। इस काउंसलिंग के बाद डॉक्टर के कमरे से बाहर आते ही पापा ने मुझे गले लगा कर कहा तुम चाहे लड़का हो या लड़की, तुम बस मेरे बच्चे हो। उस समय मेरे लिए यह सबसे खुशी की बात यह थी कि उन्होंने मुझे स्वीकार कर लिया था। नव्या कहती हैं कि किसी के लिए भी सबसे कठिन समय तब होता है जब उसे खुद की पहचान से जिंदगी में लड़ाई लड़नी होती है। खुद को खुद से पहचानने की कोशिश ही जिंदगी की सबसे बड़ी लड़ाई है। अगर आप इस लड़ाई से जीत जाते हैं तो आप जिंदगी के खिलाड़ी कहलाते हैं।

नव्या कहती हैं कि मुझे 2016 में इंडिया की लीडिंग मैगजीन से पहला काम बतौर मॉडल ऑफर हुआ था। उसके बाद धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी, तब सावधान इंडिया में ट्रांस वुमेन मोना का लीड रोल मिला। आगे बढ़ते-बढ़ते एक वक्त ऐसा आया, जहां 2017 में मिस ट्रांसक्वीन इंडिया ब्यूटी पीजेंट के बारे में मुझे पता चला। ऑडिशन दिया। यह इंडिया का एकमात्र ट्रांस वुमेन ब्यूटी पीजेंट है, जो पहली बार किया गया। इस पीजेंट में पार्टिसिपेट किया, तब टॉप-5 प्रतिभागी बनी। इन लोगों ने मिस ट्रांसक्वीन का ब्रांड एम्बेसडर बना दिया, जो पिछले चार सालों से इसकी ब्रांडिंग कर रही हूं।

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