उत्तराखंड में पर्वतीय क्षेत्रों में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। नदी नाले उफान पर आ गए हैं। लोगों की जान जोखिम में है। कई लोग जान बचाकर भागने को मजबूर है। अल्मोड़ा में भारी बारिश के चलते मकान ध्वस्त हो गए है। तो वहीं भिकियासैंण में ड्यूटी जा रहा एक बैंक कर्मचारी गदेरा पार करते समय स्कूटी समेत पानी के तेज बहाव में बह गया। लोगों ने बामुश्किल रेस्क्यू कर बैंककर्मी को तो बचा लिया लेकिन स्कूटी पानी के बहाव में बह गई।
गौरतलब है कि मानिला के कुणीधार निवासी बैंक कर्मचारी शंकर दत्त भट्ट भिकियासैंण स्थित यूको बैंक के लिए अपनी स्कूटी से रवाना हुए थे। रास्ते में नैलवाल पाली गांव के निकट खल्टा गदेरे को पार करते समय बैंक कर्मी स्कूटी समेत पानी के तेज बहाव में बह गए।इसी दौरान संयोगवश भिकियासैंण की ओर से आ रही जीप में बैठे युवाओं ने उफनाये गधेरे से बैंककर्मी को बहता देंख अपनी जान जोखिम में डालकर उनकी मदद की। युवाओं ने रेस्क्यू कर बैंककर्मी को बाहर निकाल लिया।
वहीं अतिवृष्टि से लमगड़ा ब्लॉक के सुदूर डोल आडूखान गाव में मकान ढह गया। गृहस्वामी व परिवार के सदस्यों ने भागकर जान बचाई। द्वाराहाट में उफनाए गधेरे ने निजी स्कूल की सुरक्षा को ध्वस्त कर निर्माणाधीन भवन को ढहा दिया। कई खंभे भी धराशायी हो गए। जिलेभर में कोसी, पश्चिमी रामगंगा, गगास, पनार आदि नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है।अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर पत्थरों की बरसात व उफनाए नालों के कारण रूट डायवर्ट कर दिया गया है।