उत्तराखंड में अब एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं..

कोरोना संक्रमण से जूझ रहे उत्तराखंड के लिए एक राहतभरी खबर है। प्रदेश में अब एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है। इस तरह जो इलाके कंटेनमेंट जोन में शामिल थे, वहां रहने वाले लोग राहत की सांस ले सकते हैं। अब यहां भी दूसरे क्षेत्रों की तरह पाबंदियों में ढील दी जाएगी, हालांकि हमें अब भी सावधान रहना होगा। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में लापरवाही बिल्कुल ना बरतें। प्रदेश में अब भी हर दिन कोरोना के सैकड़ों नए केस मिल रहे हैं। देहरादून में भी संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। मंगलवार को राज्य में कोरोना के 429 नए मरीज मिले। पिछले 24 घंटों में तीन कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा। बात करें प्रदेश में अब तक सामने आए केसेज की तो, राज्य में कुल मरीजों का आंकड़ा 68887 पार पहुंच गया है। प्रदेश में कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 1119 है। मंगलवार को अपना प्रदेश पूरी तरह से कंटेनमेंट जोन मुक्त हो गया। सोमवार तक अल्मोड़ा के रानीखेत क्षेत्र में एक इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। अब इस एकमात्र कंटेनमेंट जोन को भी मुक्त कर दिया गया है। इस तरह अब राज्य में कोई भी क्षेत्र कोरोना संक्रमण की वजह से कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं है।

आपको बता दें कि एक्सप्रेस में मार्च के लंबे स्ट्रेच में, दून के एफआरआई मैदान को क्षेत्रों को धारक क्षेत्र बनाने के लिए शुरू किया गया था। उस बिंदु से आगे, कई क्षेत्रों को एक विनियमन क्षेत्र बनाया गया है। संगठन के निर्देश पर यहां सीमाएं लागू कर दी गईं, हालांकि अब राज्य में कोई विनियमन क्षेत्र नहीं है। जैसे-जैसे छूट की सीमा खुले में विस्तारित हो रही है, वैसे-वैसे लापरवाही भी बढ़ रही है।

क्राउन नियमों की अवहेलना के कारण, क्राउन रोग की घटनाएं राज्य में लगातार सामने आ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को राज्य में मुकुट के 429 उदाहरणों का लेखा-जोखा लिया गया। देहरादून में 142 मरीज पाए गए। जबकि अल्मोड़ा में 22, बागेश्वर में 14, चमोली में 17, चंपावत में आठ, हरिद्वार में 18, नैनीताल में 52, पौड़ी में 23, पिथौरागढ़ में 35, रुद्रप्रयाग में 36, टिहरी में 12, ऊधमसिंह नगर में 19 और 31 लोग शामिल हैं। उत्तरकाशी क्षेत्र। मंगलवार को क्राउन संदूषण की पुष्टि हुई, 440 रोगियों की संख्या को पुन: पेश करने के मद्देनजर जारी किया गया। इस बिंदु तक कोरोना की पिटाई में राज्य में 62995 मरीज फलीभूत हुए हैं। राज्य में गतिशील मामलों की मात्रा 4165 है।

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