उत्तराखंड के कॉलेजों में 8 नवंबर से फ्री वाई-फाई सेवा..

प्रोजेक्ट का शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे। कॉलेजों में फ्री वाई-फाई की सुविधा डिजिटल लर्निंग की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

राज्य स्थापना दिवस की घटना पर, उत्तराखंड की समझ को एक असाधारण आशीर्वाद मिलेगा। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक बनाएगी। स्कूल में ध्यान केंद्रित करने वाली समझ के लिए मुफ्त वाई-फाई कार्यालय दिया जाएगा। इस तरीके से सरकारी स्कूलों के जानकार मिलेंगे। स्कूल में आने वाले अंडरस्टूडियों के पास बिना कुछ लिए वेब के उपयोग का विकल्प होगा। मुफ्त वाई-फाई प्रशासन की प्रस्तुति के लिए बहुत अधिक तंग नहीं होगा। यह 8 नवंबर से शुरू होगा। योजना मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा भेजी जाएगी। वह अपने वोटिंग डेमोग्राफिक डोईवाला की योजना को बंद कर देंगे। विश्वविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई के कार्यालय को कम्प्यूटरीकृत सीखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जाता है।

आठ नवंबर से सभी सरकारी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलने जा रही है। इस तरह सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र विषयों की जानकारी हासिल करने के लिए हाई स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें अलग से चार्ज नहीं देना होगा। छात्रों को फ्री वाई-फाई की सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने जिओ कंपनी के साथ करार किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आगामी 8 नवंबर को इस प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरुआत करेंगे। जिसे डिजिटल लर्निंग की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा सकता है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि अभी राज्य के कॉलेजों में इंटरनेट तो है, लेकिन छात्रों के लिए इंटरनेट की सुविधा सीमित स्तर पर ही उपलब्ध है।

वर्तमान में राज्य सरकार ने 4 जी वाई-फाई के लिए Jio कंपनी के साथ करार किया है। बॉस मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आधिकारिक रूप से 8 नवंबर को उद्यम प्रेषण करेंगे। आपको बता दें कि उत्तराखंड में कुल 105 सरकारी स्कूल और कॉलेज हैं। ये स्कूल नेटवर्क एक्सेस से जुड़े हैं, हालांकि ऑफिस के काम के लिए वेब का इस्तेमाल यहां किया जाता है। इससे पहले कि लंबे समय से समझ में नेटवर्क पहुंच प्राप्त होगा। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में वेब उपलब्धता प्रशासन स्तर पर की जा रही है। इस योजना से राज्य की 4 लाख से अधिक समझ प्राप्त की जाएगी।

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